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KVS TGT Drawing Teacher Syllabus 2025: PDF, Topics & Pattern

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  • Anil Jangir
    Anil Jangir
    June 05, 2025
KVS TGT Drawing Teacher Syllabus 2025
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ड्राइंग और पेंटिंग KVS TGT Drawing Teacher Syllabus 2025


भारतीय कला का इतिहास


इकाई 1: सिंधु घाटी की कला

Harappan and Mohenjo-daro) (2500 B.C. to 1500 В.С.


  1. परिचय
  2. अवधि एवं स्थान
  3. विस्तार: लगभग 1500 मील में
  4. हड़प्पा और मोहनजोदड़ो (अब पाकिस्तान में)
  5. रोपड़, लोथल, रंगपुर, आलमगीरपुर, कालीबंगा, बनावली और धौला वीरा (भारत में)
  6. निम्नलिखित का अध्ययन:
  7. मूर्तियां और टेराकोटा:
  8. नाचती हुई लड़की (मोहनजोदड़ो) कांस्य, (10.5 x 5 x 2.5 सेमी. लगभग 2500 ई.पू.), संग्रह राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली।
  9. पुरुष धड़ (हड़प्पा) पत्थर, (9.2 x 5.8 x 3 सेमी. लगभग 2500 ई.), संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली।
  10. मातृ देवी (मोहनजोदड़ो) टेराकोटा, (22 x 8 x 5 सेमी. लगभग 2500 ई.पू.) संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली।
  11. निम्नलिखित का अध्ययन:
  12. मुहर:
  13. बैल (मोहनजोदड़ो) पत्थर, (2.5 x 2.5 x 1.4 सेमी. लगभग 2500 ई.पू.), संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली।
  14. निम्नलिखित का अध्ययन
  15. मिट्टी के बर्तनों पर सजावट:
  16. चित्रित मिट्टी के बर्तन (मोहनजोदड़ो), संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली।



इकाई 2: बौद्ध, जैन और हिंदू कला 

तीसरी शताब्दी ई.पू. से आठवीं शताब्दी ई. तक


  1. मौर्य, शुंग, कुषाण और गुप्त काल के दौरान कला का सामान्य परिचय।
  2. निम्नलिखित का अध्ययन
  3. मूर्तियां:
  4. सारनाथ से सिंह शीर्ष (मौर्य काल) पॉलिश बलुआ पत्थर, लगभग तीसरी शताब्दी ई.पू. (संग्रह: सारनाथ संग्रहालय, उत्तर प्रदेश)।
  5. दीदार गंज से प्राप्त चौरी वाहक (मौर्य काल) पॉलिश किया हुआ बालू-पत्थर लगभग तीसरी शताब्दी ई.पू.(संग्रह: पटना संग्रहालय, बिहार)।
  6. सारनाथ से सिंह शीर्ष (मौर्य काल)पॉलिश किया हुआ बलुआ पत्थर, लगभग तीसरी शताब्दी ई.पू. (संग्रह: सारनाथ संग्रहालय, उ.प्र.)।
  7. चंवर धारण किए हुए दीदारगंज (मौर्य काल)पॉलिश किया हुआ रेत-पत्थर लगभग तीसरी शताब्दी ई.पू. (संग्रह: पटना संग्रहालय, बिहार)।
  8. तक्षशिला से प्राप्त बोधिसत्व का सिर (गांधार काल) पत्थर, 27.5 x 20 x 15 सेमी. लगभग दूसरी शताब्दी ई.(संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली)।
  9. कटरा टीला से बैठे हुए बुद्ध मथुरा (कुषाण काल)(संग्रह: मथुरा संग्रहालय)
  10. सारनाथ से बैठे हुए बुद्ध (गुप्त काल)पत्थर, लगभग 5वीं शताब्दी ई. (संग्रह: सारनाथ संग्रहालय, उ.प्र.)।
  11. जैन तीर्थंकर (गुप्त काल)पत्थर, लगभग 5वीं शताब्दी ई.(राज्य संग्रहालय, लखनऊ उ.प्र. में संग्रहित)।
  12. अजंता का परिचय
  13. स्थान, काल, गुफाओं की संख्या, चैत्य और विहार, चित्रकला और मूर्तिकला की विषय-वस्तु और तकनीक आदि।
  14. निम्नलिखित का अध्ययन
  15. चित्रकारी और मूर्तिकला:
  16. पद्मपाणि बोधिसत्व (अजंता गुफा नसंख्या 1) म्यूरल्स पेंटिग, लगभग 5वीं शताब्दी ई.।
  17. मारा विजय (अजंता गुफा संख्या 26)पत्थर में मूर्ति, लगभग 5वीं शताब्दी ई.।


इकाई 3:  मंदिर मूर्तिकला, कांस्य और इंडो-इस्लामिक वास्तुकला

भारतीय मंदिरों के कलात्मक पहलू (6वीं शताब्दी ई. से 13वीं शताब्दी ई. तक)


  1. मंदिर मूर्तिकला का परिचय:_ (6वीं शताब्दी ई. से 13वीं शताब्दी ई. तक)
  2. निम्नलिखित मंदिर-मूर्तियों का अध्ययन:_
  3. गंगा का अवतरण (पल्लव काल, महाबलीपुरम तमिलनाडु), पत्थर लगभग 7वीं शताब्दी ई.।
  4. रावण द्वारा कैलाश पर्वत को हिलाना (राष्ट्रकूट काल, एलोरा)।
  5. त्रिमूर्ति (एलिफेंटा, महाराष्ट्र)पत्थर लगभग 9वीं शताब्दी ई.।
  6. लक्ष्मी नारायण (कंदरिया महादेव मंदिर) (चंदेल; काल, खजुराहो, मध्य प्रदेश) लगभग 10वीं शताब्दी ई.।
  7. झांझ वादक सूर्य मंदिर (गंगा राजवंश, कोणार्क, उड़ीसा) लगभग 13वीं शताब्दी ई.।
  8. मदर एंड चाईल्ड (विमल शाह मंदिर, सोलंकी शासक, दिलवाड़ा, माउंट आबू, राजस्थान) सफ़ेद संगमरमर। लगभग 13वीं शताब्दी ई.।
  9. कांसे:_
  10. भारतीय कांस्य का परिचय
  11. ढलाई की विधि (ठोस एवं खोखली)
  12. निम्नलिखित दक्षिण भारतीय कांस्य का अध्ययन:_
  13. नटराज (तंजोर जिला, तमिलनाडु)चोल काल (12वीं शताब्दी ई.) (संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली)।
  14. देवी (उमाचोल काल (12वीं शताब्दी ई.)(संग्रह: राष्ट्रीय संग्रहालय, नई दिल्ली)।
  15. इंडो-इस्लामिक वास्तुकला के कलात्मक पहलू:_
  16. परिचय
  17. निम्नलिखित वास्तुकला का अध्ययन:_
  18. कुतुब मीनार, दिल्ली
  19. ताजमहल, आगरा
  20. बीजापुर का गोल गुम्बज



इकाई 4: लघु चित्रकला की राजस्थानी और पहाड़ी शैलियाँ 

16वीं शताब्दी ई. से 19वीं शताब्दी ई. तक


 भारतीय लघु शैली का परिचय: पश्चिमी भारतीय, पाल, राजस्थानी, मुगल, मध्य भारत, दक्कन और पहाड़ी।


  1. राजस्थान; स्कूल
  2. मौलिक एवं विकासात्मक।
  3. स्कूल मेवाड़, बूंदी, जोधपुर, बीकानेर, किशनगढ़ और जयपुर।
  4. राजस्थानी स्कूलों की मुख्य विशेषताएं।
  5. निम्नलिखित राजस्थानी चित्रकला का अध्ययन:

शीर्षक चित्रकार स्कूल 

मरु-रागिनी - सहिब्दीन - मेवाड़

राजा अजनिरुद्ध सिंह हीरा - उत्कलराम - बूंदी 

Chaugan Players - दाना - जोधपुर

झूले पर कृष्ण - नूरुद्दीन - बीकानेर

Radha (बणी ठनी) - निहालचंद - किशनगढ़ 

भरत की राम से मुलाकात चित्रकुट में - गुमान - जयपुर 


2. पहाड़ी स्कूल:

  1. उत्पत्ति एवं विकास
  2. स्कूल-बसोहली और कांगड़ा
  3. पहाड़ी स्कूल की मुख्य विशेषताएं
  4. निम्नलिखित पहाड़ी चित्रकला का अध्ययन

शीर्षक स्कूल 

कृष्ण गोपियों के साथ - बसोहली

Raga Megha - कांगड़ा



इकाई 5 लघु चित्रकला की मुगल और दक्कन शैली 

16वीं शताब्दी ई. से 19वीं शताब्दी ई. तक


  1. मुगल स्कूल
  2. उत्पत्ति एवं विकास
  3. मुगल स्कूल की मुख्य विशेषताएं
  4. निम्नलिखित मुगल चित्रकला का अध्ययन

शीर्षक चित्रकार स्कूल 

कृष्ण पर्वत उठा रहे हैं - गोवर्धन - अकबर 

बाबर सोन नदी पार करते हुए - जगन्नाथ - अकबर 

मडोना की तस्वीर पकड़े हुए जहांगीर - अबुल हसन - जहांगीर 

पक्षी विश्राम पर बाज़ - उस्ताद मंसूर - जहांगीर 

कबीर और रैदास - उस्ताद फकीर उल्लाह खान - शाहजहां 

दारा शिकोह की बारात - हाजी मदानी - प्रांतीय Mughal (Oudh)



2. दक्कन स्कूल

  1. उत्पत्ति एवं विकास
  2. दक्कन स्कूल की मुख्य विशेषताएं
  3. निम्नलिखित दक्कन चित्रकला का अध्ययन

शीर्षक  स्कूल       

राग हिंडोला - अहमदनगर

चाँद बीबी पोलो खेलती हुई (चौगान) - गोलकुंडा 




इकाई 6:  बंगाल स्कूल और भारतीय कला में आधुनिक रुझान


(A)


  1. भारतीय कला में नया युग- एक परिचय
  2. निम्नलिखित पेंटिंग का अध्ययन
  3. राम द्वारा समुद्र का अभिमान चूर करना - राजा रवि वर्मा
  4. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज का विकास (प्रथम चरण 1906, मध्य चरण 1921 और अंतिम चरण 1947): स्वरूप और रंग योजना का अध्ययन।


(B)


  1. बंगाल चित्रकला स्कूल का परिचय:
  2. बंगाल स्कूल की उत्पत्ति और विकास
  3. बंगाल स्कूल की मुख्य विशेषताएं
  4. राष्ट्रीय स्वतंत्रता संग्राम में भारतीय कलाकारों का योगदान
  5. बंगाल स्कूल की निम्नलिखित चित्रकलाओं का अध्ययन
  6. यात्रा का अंत - रवींद्रनाथ टैगोर
  7. पार्थसारथी - नंदलाल बोस
  8. राधिका - एम.ए.आर. चुगताई

   

(C)  


भारतीय कला में आधुनिक रुझान

         परिचय

  1. निम्नलिखित चित्रों का अध्ययन:
  2. जादूगर-गगनेन्द्रनाथ टैगोर
  3. माँ और बच्चा-जामिनी रॉय
  4. महिला चेहरा-रवींद्रनाथ टैगोर
  5. थ्री गर्ल्स-अमृता शेरगिल
  6. मूर्तिकला के निम्नलिखित मूर्तियों का अध्ययन:
  7. श्रम की विजय - डी.पी. रॉयचौधुरी
  8. संथाल परिवार-रामकिंकर वैज
  9. समकालीन भारतीय कला के निम्नलिखित कार्यों का अध्ययन
  10. पेंटिंग
  11. मदर टेरेसा-एम.एफ. हुसैन
  12. कविता का जन्म- के.के. हेब्बार
  13. गॉसिप-एन.एस.बेंद्रे
  14. शीर्षकहीन - जी.आर. संतोष
  15. विकर्ण - तैयब मेहता
  16. ग्राफ़िक प्रिंट:
  17. व्हर्ल पूल - कृष्णा रेड्डी
  18. बच्चे - सोमनाथ होरे
  19. देवी - ज्योति भट्ट
  20. दीवारों का - अनुपम सूद
  21. आदमी, औरत और पेड़ - के. लक्ष्मण गौड़
  22. मूर्तियां:
  23. खड़ी महिला - धनराज भगत 
  24. चीखें अनसुनी - अमर नाथ सहगल
  25. गणेश - पी.वी. जानकीराम
  26. फिगर - शंखो चौधरी
  27. चतुर्मुखी - एके यादा गिरि राव


टिप्पणी: ऊपर सूचीबद्ध कलाकारों और उनकी कलाकृति के नाम केवल सांकेतिक हैं तथा किसी भी तरह से संपूर्ण नहीं हैं। Check new KVS TGT Drawing Teacher Syllabus 2025


Radha (बणी ठनी) - निहालचंद - किशनगढ़
Image - Radha (बणी ठनी) - निहालचंद - किशनगढ़

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